ब्लैकहेड का कारण बन सकता है हेडफ़ोन | Side Effects of Headphones
बहुत सारे लोगों ने गाना को अपने ज़िंदगी का दैनिक हिस्सा बना लिया है। जहाँ भी देखो हेडफ़ोन लगा के लोग काम कर रहे होते हैं, गाड़ी चलाते वक़्त हो या फिर मेट्रो में हों, या फिर कोई काम ही कियूँ ना कर रहे हों गाना सुनते सुनते करना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है अगर आप लम्बे वक़्त तक हेड्फ़ोन लगा के हैं तो वह बन सकता है ब्लैकहेड का कारण
आपका कान जिस्म का एक नाज़ुक हिस्सा है। यहाँ तक कि ईर्ड्रम पर थोड़ी सी चोट भी नुक़सान पहुँचा सकती है, इसीलिए ये ज़रूरी है की उनकी हिफ़ाज़त की जाए, इसिलिय कानो में हेड्फ़ोन लगाने का टाइम लिमिटेड रखिये, नहीं तो वह ब्लैकहेड का कारण बन सकता है
डॉक्टरों के एक एपिसोड के दौरान, मेडिकल विशेषज्ञों की एक टीम इन-कान ब्लैकहेड पर चर्चा करने के लिए बैठ गई। वे सर्वसम्मति से पहुंचे कि बहुत लंबे समय तक हेडफ़ोन पहनने से आपके कानों में ब्लैकहेड हो सकते हैं। ब्लैकहेड बहुत कष्टप्रद है, जैसे की पिंपल्स वो दिखाई देते हैं लेकिन वो गहरे रंग का दिखता है, जिसे देख के काफ़ी ग़ुस्सा आता है, अपने शायद उसे अपने चेहरे पे, पीठ पे महसूस किया होगा, लेकिन क्या आपने उसे अपने कान में महसूस किया है ?
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डार्मेटोलॉजी का कहना है कि लगभग 50 मिलियन अमेरिकियों को ब्लैकहेड और मुँहासे का अनुभव होता है। आपके जिस्म के बहुत से पार्ट्स ब्लाक्हेड होते हैं, कानों में एक ही ग्रंथियां होती हैं। ये ग्रंथियां बालों के रोम में प्राकृतिक तेल को छोड़ती हैं।
तो अगर आप बहुत लम्बे वक़्त के लिए हेड्फ़ोन लगा रहे हैं तो आप अपने कानो में ब्लैक्हेड कैसे रोक सकते हैं? ज़ाहिर है ज़्यादा देर तक आपको हेड्फ़ोन नहीं लगाना है और उसके अलवा कई चीज़ों का ख़याल रखना है जैसे की सबसे पहले earbuds की सफ़ाई कर लें, धूल दिखे गंदगी दिखे तो उसे साफ़ कर लें, ब्लाक्हेड होने की एक वजह धूल भी हो सकती है।